दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को काबू में करने के लिए प्रशासन ने एक अहम और सख्त कदम उठाया है। अब राष्ट्रीय राजधानी में केवल BS6 मानक वाले वाहनों को ही पेट्रोल और डीजल मिलेगा। यह फैसला वायु गुणवत्ता में सुधार लाने और पुराने वाहनों से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
क्या है BS6 मानक और क्यों है यह जरूरी?
BS6 (भारत स्टेज 6) भारत में लागू सबसे उन्नत उत्सर्जन मानक है, जिसे 2020 में लागू किया गया था।
- BS6 वाहन कम प्रदूषण फैलाते हैं, क्योंकि इनमें उन्नत तकनीक का उपयोग किया गया है।
- ये पुराने BS4 मानक वाले वाहनों की तुलना में प्रदूषक तत्वों के उत्सर्जन को 70% तक कम करते हैं।
- यह कदम विशेष रूप से दिल्ली जैसे प्रदूषण-प्रवण शहर में बेहद आवश्यक हो गया है।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए नया नियम
- ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे चरण के तहत इस नियम को सख्ती से लागू किया जा रहा है।
- दिल्ली में केवल BS6 वाहनों को ही पेट्रोल और डीजल उपलब्ध कराया जाएगा।
- पेट्रोल पंपों पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी रहेगी।
दिल्ली में प्रदूषण का मौजूदा हाल
- दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार “गंभीर” श्रेणी में बना हुआ है।
- वाहनों से निकलने वाला धुआं, निर्माण स्थलों की धूल, और औद्योगिक गतिविधियां प्रदूषण के मुख्य कारण हैं।
- प्रशासन ने पहले ही 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।
कैसे प्रभावित होंगे वाहन मालिक?
- BS4 या पुराने मानक वाले वाहन रखने वालों के लिए यह नियम एक चुनौती बन सकता है।
- उन्हें अपने वाहन को BS6 में अपग्रेड करने या नए वाहन खरीदने का विकल्प तलाशना होगा।
- यह कदम छोटे व्यवसायों और रोज़मर्रा के यात्रियों पर भी असर डाल सकता है, क्योंकि कई पुराने वाहन अभी भी इस्तेमाल हो रहे हैं।
पेट्रोल पंप पर कैसे होगा नियम का पालन?
- पेट्रोल पंपों पर BS6 वाहनों की पहचान के लिए वाहन मालिकों को रजिस्ट्रेशन डिटेल और PUC सर्टिफिकेट दिखाना होगा।
- ट्रैफिक पुलिस पेट्रोल पंपों पर नियमित जांच करेगी।
- नियम का उल्लंघन करने पर सख्त जुर्माना लगाया जा सकता है।
प्रदूषण पर नियंत्रण: क्या यह कदम कारगर होगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि पुराने वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने में यह कदम कारगर साबित हो सकता है।
- दिल्ली में कुल प्रदूषण का एक बड़ा हिस्सा वाहनों से आता है।
- इस फैसले से BS4 और पुराने वाहनों का उपयोग धीरे-धीरे कम होगा, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार होगा।
निष्कर्ष
दिल्ली प्रशासन का यह कदम वायु प्रदूषण को रोकने की दिशा में एक सख्त लेकिन जरूरी कदम है। हालांकि, इससे वाहन मालिकों को शुरुआती परेशानियां हो सकती हैं, लेकिन लंबे समय में यह पर्यावरण के लिए फायदेमंद साबित होगा।
आपका क्या विचार है? क्या यह नियम प्रदूषण कम करने में सफल होगा? अपनी राय हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।
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